भारतीय सेना के डीजीएमओ के अनुसार, ”हमें बहुत ही भरोसेमंद और पक्की जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्च पैड्स के अंदर इकट्ठा हुए हैं। वे इस इरादे के साथ इकट्ठा हुए थे कि घुसपैठ कर सीमा के इस पार जम्मू-कश्मीर के अंदर या भारत के अहम शहरों में आतंकी हमले कर सकें।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह खबर मिलने के बाद भारतीय सेना ने कल रात आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। इसका मकसद आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो हमारे देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे।’’
रणवीर सिंह के मुताबिक, ‘‘हमारे सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए और एलओसी पार उन्हें भारी नुकसान पहुंचा। यह ऑपरेशन अभी खत्म हो गया है। इसका मकसद आतंकियों से निपटना था। हमारा तुरंत ऐसा कोई ऑपरेशन दोबारा चलाने का इरादा नहीं है। लेकिन भारतीय आर्म्ड फोर्सेस किसी भी आपात स्थिति का जवाब देने को पूरी तरह तैयार है।’’
‘‘मैंने पाक के डीजीएमओ से बात कर उन्हें कल रात के ऑपरेशन की जानकारी दी। हम किसी भी सूरत में आतंकियों को एलओसी के पार बेझिझक हरकत नहीं कर दे सकते। हमें यह गवारा नहीं होगा कि आतंकी हमारे देश के अंदर किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचा सकें।’’
‘‘पाक ने जनवरी 2004 में भरोसा दिलाया था कि वे अपनी सरजमीं का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने वादे पर कायम रहेगा और हमें कोऑपरेट करेगा।’’
कैसे हुआ सर्जिकल स्ट्राइक?
इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज ने एलओसी पारकर इसे अंजाम दिया। इसमें एयरफोर्स की मदद नहीं ली गई। सिर्फ पैराकमांडो इसमें शामिल थे जिन्हें एलओसी तक हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया गया।

बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात 2 बजे यह हमला हुआ। 6 आतंकी कैम्प पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। हमारे कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर में 2 किमी अंदर तक घुस गए। 38 आतंकी मार गिराए।
पाकिस्तान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने माना कि भारत ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ भिम्बेर, हाॅटस्प्रिंग, केल और लिपा सेक्टर में हमला किया।
बताया जा रहा है कि भारतीय कमांडोज का जवाब देने पाक आर्मी आगे आई लेकिन काउंटर ऑपरेशन में पाक के भी दो सैनिक मारे गए।

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