शहर का प्रशासन 2017 के स्वच्छ भारत रैकिंग में स्थान पाने के लिए जी जान से जुटा हुआ है और शहर को खुले में शौच करने वाले लोगों से निजात दिलाने के लिए पूरी तैयारी के साथ काम कर रहा है। यही कारण है कि प्रशासन ने इस काम के लिए म्युनिसिपल कर्मचारियों के अलावा इस वानर सेना को भी लगाया है। इस सेना में ज्यादातर स्कूली बच्चे ही होते हैं जो सुबह-सुबह खुले में शौच करने वाले लोगों को स्तब्ध करने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं। दरअसल ये प्लान कामयाब होता भी दिख रहा है, क्योंकि डब्बा छीनने की स्थिति में ये लोग बजाए बहस करने के शर्मिंदगी के कारण दूर चले जाना ही बेहतर समझ रहे हैं।
म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि पानी के डब्बे और लोटा छीनने के अलावा हमने और भी कई तरीकों से लोगों को जागरुक करने की कोशिश की है। इसी सिलसिले में पिछले हफ्ते एक मैराथन का भी आयोजन किया गया था, जिसमें लगभग 2000 लोगों ने भाग लिया था। सागर के जिला प्रशासन ने अब ऐसे लोगों से डब्बा छीनने के लिए कार्पोरेटर्स तक तैनात कर लिए हैं ताकि इस कैंपेन को बड़े स्तर पर लागू कर जल्द से जल्द शहर को स्वच्छ भारत अभियान की 2017 की रैंकिग्स में नाम दर्ज कराया जा सके।