उसका कहना है कि इससे आने वाले समय में कीमतों में सुधार के साथ बाजार में पारदर्शिता आएगी, जिससे खरीददारों का विश्वास बढ़ेगा। इससे मध्यम तथा दीर्घ अवधि में कुछ हद तक कीमतें फिर बढ़ेंगी। साथ ही बिल्डरों तथा रियल एस्टेट कारोबारियों के मुनाफे का प्रतिशत भी कम होने की संभावना है।
इक्रा के उपाध्यक्ष शुभम जैन ने कहा ‘अल्पावधि में कारोबार से जुड़े सभी पक्षों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि सरकार के इस कदम से उद्योग के कारोबार के तरीके में बड़ा बदलाव आएगा। तुरंत प्रभाव से मांग में और कमी आने की संभावना है जिससे कीमतें घटेंगी, विशेषकर लग्जरी सिग्मेंट में।
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