सोनिया गांधी की जीवनी, द रेड साड़ी की असल कहानी , सोनिया गांधी के परिवार ने 2008 में स्पेनिश लेखक जेवियर मोरो की किताब “अल साड़ी रोजो” (लाल साड़ी) पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी। मगर, सात साल बाद यह किताब दुकानों में आने जा रही है और शायद फ्लिपकार्ट पर।
आप जैसे ही इसे पढ़ेंगे, भावुक हो जाएंगे। ट्विलाइट सागा में भारतीय राजनीतिक टीकाकार की तरह इसका भी पहला वाक्य है- सोनिया गांधी आसानी से यह विश्वास नहीं कर सकतीं कि जिस आदमी को वह प्यार करती हैं, वह मरा हुआ है। वह आगे उसकी देखभाल नहीं महसूस करेंगी या उसके चुंबन की गर्मी महसूस नहीं करेंगी। वह फिर से कभी उसकी मीठी मुस्कान नहीं देख पाएंगी, जिसने कभी एक दिन उनको दीवाना बना दिया था।
इस किताब में कुछ बेकार की बातें लिखी हुई हैं। क्या आप सोनिया गांधी के धूप के चश्मे और राहुल गांधी के फैशनसेंस के बारे में पढ़ना चाहेंगे? आप राजनीतिक अंतर्दृष्टि चाह रहे होंगे न कि इन बातों के बारे में।