पुरानी हिन्दी फिल्मों में एक डायलोग हुआ करता था की सच्चा प्यार करने वाले अंजाम से नहीं घबराते और यह बात काफी हद तक सच भी है। क्योंकि प्यार की ताकत के आगे दुनिया भी हार जाती है। ऐसे ही एक प्यार की दास्तां देखने को मिली जब दो अलग अलग मजहब के लड़के और लड़कियों ने अपने प्यार को परवान चढ़ाया और जमाने से लड़के दोनों एक दूसरे के हो गए। इस कहानी में सबसे हैरानी की बात यह है कि लड़का हिन्दुस्तानी और लड़की पाकिस्तानी है लेकिन उनकी शादी ईसाई तौर तरीके से की गयी। आपको बता दें कि इस शादी में लड़का गुजराती जैन हिंदू है और लड़की मुस्लिम, वो भी पाकिस्तान की रहने वाली है।
दरअसल यह मामला सामने आया है भारत में रहने वाले एक गुजराती हिंदू लड़के मनीत जैन और पाकिस्तान में रहने वाली मुस्लिम लड़की हुदा की। दोनों कभी एकदूसरे से मिले और दोनों को प्यार हो गया। ये प्यार धीरे-धीरे इतना गहरा होने लगा कि दोनों अब एकदूसरे के बगैर रह भी नहीं सकते थे, लेकिन दोनों के बीच खिंची हुई थी सरहद की गहरी लकीर। वो लकीर जो समय और परिस्थतियों के साथ लगातार और भी ज्यादा गहरी होती जा रही है।