देश में सरकारी तंत्र के प्रचार माध्यमों द्वारा ‘बेटा-बेटी एक समान’ के कितने ही ढोल पीट लिये जायें, लेकिन आज लड़कियों को पैदै होने से पहले ही मार दिया जाता है। लड़की पैदा हो भी जाती है अगर तो परिवार को लोग उसे मार देना चाहते हैं। ताजा मामला जयपुर का है जहां एक नवजात बच्ची जो केवल 4 या 5 घंटे पहले जन्मी थी, उसे जिंदा दफनाने की शर्मनाक हरकत सामने आई है। जहां गांव वालों ने बच्ची के छोटे पैरो को जमीन के निकलते हुए देखा। गांव वालों के मुताबिक ये दोनों पैर हिल रहे थे और जब उन्होंने देखा तो बच्ची जिंदा थी।

लोगों ने उसे जल्द ही नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। बच्ची की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। गांव वालों ने उसे जल्द ही नजदीक के मदद करने वाले आलोक रंजन ने कहा कि बच्ची को कपड़े में लपेट कर जमीन में दफ़ना दिया गया था।

हमले देखा कि कपड़े से 2 छोटे पैर बाहर आ रह थे, जो कि हिल रहे थे। इसके बाद हमने करीब जाकर देखा तो बच्ची जिंदा थी। स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर चिंतामणी मिश्रा ने बताया कि आशा नाम की महिला जो अंजीरा पंचायत से जुड़ी हैं, वे बच्ची को यहां लेकर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि 4 या 5 घंटों पहले जन्मी बच्ची को जब यहां लाया गया उसकी हालत काफी गंभीर थी। उसको यहां बेहतर इलाज दिया जा रहा है।

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