अरुणाचल प्रदेश के एक छात्र ने तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल कर एक ऐसा चश्मा बनाया है, जो नेत्रहीनों के लिए बहुत मददगार साबित होगा। 11वीं कक्षा के छात्र Anang Tadar ने पार्किंग सेंसर तकनीक का उपयोग कर ऐसा चश्मा बनाया है जिसकी मदद से अब दृष्टिहीन बिना किसी स्टिक से सहारे चल सकेंगे।

Anang बताते हैं कि यह तकनीक ईको लोकशन के आधार पर काम करती है। इसके अलावा इसमें नेविगेशन सिस्टम का भी उपयोग किया गया है। हाल ही गुवाहटी में आयोजित साइंस फेस्टिवल में Anang ने अपने इस गॉगल का प्रदर्शन करके दिखाया। इसके साथ ही Anang ने बताया कि जिस तरह कारो में पार्किंग सेंसर तकनीक का उपयोग किया जाता है, उसी आधार पर इस चश्मे को भी तैयार किया गया है। जैसे ही कोई बड़ी चीज़ या ऑब्जेक्ट इस चश्मे के पास आएगा, इसकी बीप ऑन हो जायेगी और व्यक्ति अलर्ट हो जाएगा।

लंबे समय से Anang इस अभिनव प्रौद्योगिक पर काम कर रहे हैं। अब वो इस चश्मे जिसे G4B Goggle for Blind नाम दिया है, का बड़े पैमाने पर निर्माण करना चाहते हैं। अनंग से प्रभावित होकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने उससे इस गैजेट और कुछ और प्रोटोटाइप बनाने के लिए कहा है, ताकि उनको देखने में अक्षम लोगों पर टेस्ट किया जा सके।

बीते शुक्रवार को Anang ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के सामने अपने इस यूनिक गॉगल का प्रदर्शन किया। सीएम ने इस गैजेट के की काफ़ी प्रशंसा की है और इसके प्रोटोटाइप बनाने के लिए अनंग को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

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