यदि आप सोच रहे हैं यह सिर्फ एक साइंस फिक्शन स्टोरी है तो ऐसा सोचना गलत है क्योंकि हावर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक वर्ष 2014 में एक काकरोच के शरीर में नैनो रोबोट इंजेक्ट करने में सफलता पा चुके हैं, जिसके जरिए उन्होंने कॉकरोच के शरीर में प्रोटीन को नियंत्रित किया था।
कम्प्यूटर एंटी वायरस बनाने वाली नामी कंपनी एविरा ने भी अपने ब्लॉग में लिखा है कि नैनो रोबोट कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के आधार पर ही काम करते हैं, ऐसे में सबसे पहली बात तो यह है कि यह आईटी सुरक्षा को एक नई चुनौती है, जिसके लिए नए स्टैंडर्ड व नए सुरक्षा सॉफ्टवेयर डेवलेप करने होंगे।