सस्ते और नकली सामान न सिर्फ उपभोक्ता के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए खतरनाक हैं, बल्कि ये सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करते हैं। भारत जैसे देश में बिना ब्रांड, कम कीमत वाले चार्जर, केबल, एडॉप्टर खपाने की विशाल क्षमता है।

उन्होंने बताया कि आमतौर पर हर कोई एक महंगा स्मार्टफोन या लैपटॉप रखता है, लेकिन वह इसकी एसेसरीज की गुणवत्ता के बारे में परवाह नहीं करता है। लोग अभी भी सस्ते के चक्कर में थर्ड-पार्टी सामान का उपयोग करते हैं। उन्हें पता नहीं है कि ये ‘आवश्यक’ सामान प्रमाणित नहीं कर रहे हैं और महंगे उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

 

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