इस टीम में Shivalik Poovaiah, Lloyd Lobo, Pranav KB, Aman Basawanal and Joshua Lewis हैं। इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए इनका सलेक्शन देरी से होने के बावजूद इन्होंने 3 हफ़्ते से कम समय में यह डिवाइस बना डाला। यह सिद्धांत पुश अवे मेथड पर काम करता है। ध्वनि तरंगे ऑक्सीजन के कणों को दूर-दूर आसानी से विस्थापित कर सकती हैं। ध्वनि तरंगे मैकेनिकल वेव्स होती है, इसलिए इनमें इतनी ऊर्जा होती है कि ये आसानी से ऑक्सीजन के कणों को अलग-अलग कर देती हैं। आग को जलने के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई होना बहुत ज़रुरी है, बिना ऑक्सीजन की उपस्थिति के आग नहीं जल सकती है। ध्वनि तरंगों द्वारा ऑक्सीजन के मॉलिक्यूलस को तोड़ देने से आग पर काबू पाया जा सकता हैं।