शादी के पहले जहां आप अपने फैसले लेने के आजाद होते हैं वहीं शादी के बाद आपके फैसले आपकी पत्नी को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में अपने फैसलों में अपनी पत्नी को शामिल ना करना बहुत गलत बात है। अपने हर फैसले में अपनी पत्नी को भी बराबर का भागीदार बनाइए।
शादी के पहले जहां आप अपने फैसले लेने के आजाद होते हैं वहीं शादी के बाद आपके फैसले आपकी पत्नी को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में अपने फैसलों में अपनी पत्नी को शामिल ना करना बहुत गलत बात है। अपने हर फैसले में अपनी पत्नी को भी बराबर का भागीदार बनाइए।