सगाई की अंगूठी को प्यार की निशानी के तौर पर देखा जाता है। एक ऐसा वादा जो दो लोग एक दूसरे से करते हैं। एक बंधन जिसे वो उम्रभर निभाने की कसम के साथ अपनाते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा कि सगाई की अंगूठी हाथ के तीसरी(अनामिक)अंगुली में ही क्यों पहनाई जाती हैं?

फिल्मों में दिखाया जाता है कि तीसरी अंगुली सीधे दिल तक पहुंचती है इसलिए अंगूठी उसी में पहनते और पहनाते हैं। पर क्या वाकई यही एक कारण है? या फिर इसके पीछे कुछ और ही वजहें हैं। तो आइएं जानते है इस के पाछे क्या कारण हैं।

हाथ की तीसरी अंगुली में अंगूठी पहनाए जाने के पीछे रोम की एक मान्यता है। मान्यता काफी पुरानी है। रोम में ऐसा माना जाता है कि अनामिका से होकर एक नस सीधे दिल से जुड़ती है। इसी वजह से अंगूठी पहनने और पहनाने के लिए यही अंगुली बेस्ट है।
ये सबसे पुरानी और लोकप्रिय मान्यता है। चीन में मान्यता है कि हमारे हाथ की हर अंगुली एक संबंध को दर्शाती है और हाथ तीसरी अंगुली यानी अनामिका पार्टनर के लिए होती है।

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