इस बच्चे के डर से लोगों ने खुले में शौच करना छोड़ दिया , बालाघाट का वो बच्चा न बोल सकता है, न सुन पाता है किसी आवाज को, लेकिन चित्र देखकर उसने जो समझा ग्रामीणों को समझाने निकल पड़ा है। उसके इशारे ने न केवल ग्रामीणों की मानसिकता बदल दी है, बल्कि उसके एक इशारे से पूरे गांव की तस्वीर बदल रही है।

कुम्हारी पंचायत में तुषार के बातचीत करने के इशारों ने ग्रामीणों की मानसिकता को ऐसा बदला कि खुले में शौच से पंचायत को मुक्त कराने के अभियान को बल मिल गया। इस पंचायत में अब हर घर में लोग शौचायल बनवा रहे हैं। अब तक यहां 350 शौचालय बन चुके हैं। जबकि 200 शौचालयों का निर्माण चल रहा है।

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