कुछ लोगों की आदत होती है कि रात के अंधेरे में बेड पर लेटे लेटे अपना स्मार्ट फोन चलाते रहते हैं। आपको बता दें कि ये आपकी आंखों के लिए बेहतर नहीं है। इससे लोगों में अंधापन बढ़ रहा है। दो महिलाएं तो पूरी तरह आंखों की रौशनी गंवा बैठी हैं। इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक महिला की उम्र 22 साल जबकि दूसरी की 40 साल है।

इस बीमारी का नाम ‘ट्रांजिएंट स्मार्टफोन ब्लाइंडनेस’ बताया जा रहा है। जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत में इन महिलाओं को कुछ वक़्त के लिए दिखाई देना बंद हो जाता था। महिलाओं के कई टेस्ट किए गए लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है इसका पता नहीं चल पाया।बाद में इन महिलाओं से जब पूछा गया कि ऐसा अक्सर कब होता है तो उन्होंने बाताया की रात में जब वो लेटकर स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहीं होती हैं तब ऐसा अक्सर होता है। तो अगर आपको भी टेम्परेरी ब्लाइंडनेस का अनुभव हो रहा है तो ये संभल जाने का वक़्त है।

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