रजनीकांत की ब्लॉकबस्टर रोबॉट का सीक्वल रोबॉट 2.0 रिलीज़ से पहले ही सुर्खियों में है। कभी अपने बिग बजट को लेकर तो कभी अपने अनूठे स्पेशल एफ्फेक्ट्स को लेकर फिल्म ने अपनी जगह दर्शकों की चर्चा में बना रखी है । आमतौर पर बिग बजट फिल्मों की शूटिंग विदेश में होती है। लेकिन इसकी पूरी शूटिंग भारत में हुई है। इसके सभी टेक्निकल क्रू भारतीय हैं और इसकी वीएफएक्स टेक्नॉलजी भी भारतीय है।

इसे अब तक की सबसे महंगी भारतीय फिल्म माना जा रहा है और यह अक्टूबर में 7 भाषाओं में रिलीज होगी। इनमें जापानी, कोरियाई और मंदारिन भाषाएं भी शामिल हैं। फिल्म के निर्माताओं ने ईटी को बताया कि तमिल सुपरस्टार की 350 करोड़ रुपये की फिल्म वास्तव में ‘मेक इन इंडिया’ की थीम वाली फिल्म होगी।

‘मेक इन इंडिया’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अहम योजनाओं में से एक है, जिसका मकसद भारत में मैन्युफैक्चरिंग को प्रोत्साहित करना है। बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने कुछ महीने पहले रजनीकांत से बात की थी। उस वक्त रोबॉट पर काम शुरू ही हुआ था। प्रधानमंत्री ने सलाह दी थी कि यह फिल्म ‘मेक इन इंडिया’ थीम को बढ़ावा दे सकती है।

रोबॉट 2.0 के निर्माता लीका प्रॉडक्शंस के सीओओ राजू महालिंगम ने ईटी को बताया कि फिल्म की शूटिंग पूरी तरह से दिल्ली और चेन्नै में हुई है। उन्होंने कहा, “ग्रुप के तौर पर हमारा ठिकाना ब्रिटेन में हैं। हालांकि, हमने इस बार सब कुछ भारत में शूट करने का फैसला किया। यह फिल्म भारत की क्राउचिंग टाइगर, हिडन ड्रैगन साबित होगी। इस चाइनीज मूवी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली थी।” महालिंगम का यह भी कहना था, “फिल्म के क्लाइमेक्स की शूटिंग जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुई और बाकी चेन्नै के ईवीपी फिल्म सिटी में। फिल्म को फ्यूचरिस्टिक साइंस फील देने के कारण इसकी प्रॉडक्शन कॉस्ट काफी बढ़ गई। हालांकि, क्वॉलिटी की फिल्मिंग कई भारतीय सिनेमाघरों को 3D स्क्रीन की तरफ शिफ्ट करेगी।”

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