24 साल की माधुरी की कोई औलाद नहीं थी। बताया जा रहा है कि विवाह के दो साल बाद भी औलाद पैदा नहीं करने के लिये उसे परिजनों और आस-पडौस के लोगों से ताने सुनने को मिलते थे, इसलिये उसने खुदकुशी कर ली।

मोनू के साथ आये उसके पिता 55 वर्षीय रमेश चंद कहार की जिला अस्पताल की बैंच पर बैठे थे, तभी अचानक उनकी छाती में दर्द उठा और वे वहीं लुड़क गये। उस समय सोहागपुर से आये अन्य परिजन मेल मेडिकल वार्ड में मोनू के पास थे। रमेश को तुरंत इटेट में ले जाया गया और हालत स्थिर होने पर उन्हे भी मोनू के वार्ड में ले जाकर भर्ती करा दिया। सेना में जवान उनके बड़े बेटे ने बताया मोनू के जहर खाने के बाद दोपहर में मां भी बेहोश हो गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है।

 

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