6 लोग एक लड़की, वो जैसे ही होश में आती दूसरा रेप करना शुरु कर देता और आखिरकार… , बिहार के लखीसराय स्थित चानन थाना क्षेत्र की रहने वाली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दरिदे दुष्कर्म के बाद उसे मारने के लिए हैवान बन गए। दरिदों ने जान से मारने के लिए उसे मौर्य एक्सप्रेस में चढ़ाया और फिर ट्रेन से नीचे फेंक दिया। शनिवार की देर रात पीड़िता को पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल) में भर्ती कराया गया है। 15 जून की रात घर से शौच करने निकली किशोरी के साथ छह युवकों ने पिस्तौल के बल पर सामूहिक दुष्कर्म किया।

डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया है कि पीड़िता के नाजुक अंगों पर किसी कठोर चीज से प्रहार किया गया है। पीड़िता का इलाज कर रहे डॉ.बीएन चतुर्वेदी ने बताया कि जिस तरह पीड़िता को चोटें पहुंचाई गई हैं, उससे स्पष्ट है कि दुष्कर्म के बाद उसे जाने से मारने की कोशिश की गई। पीएमसीएच ने बढ़ाया कष्ट पीएमसीएच की व्यवस्था ने पीड़िता का कष्ट और बढ़ा दिया। दुष्कर्म पीड़िता शनिवार की देर रात पीएमसीएच पहुंच चुकी थी। परिजनों ने सबसे पहले उसे महिला एवं प्रसूति रोग विभाग में भर्ती कराया। वहां तैनात डॉक्टरों ने कमर में चोट देखकर उसे हड्डी रोग विभाग की इमरजेंसी में रेफर कर दिया।

यहां किसी डॉक्टर ने मरीज की गंभीरता को समझने की कोशिश नहीं की। आम मरीज की तरह नर्सों ने पीड़िता को जमीन पर लिटा दिया। परिजन बेड के लिए कभी डॉक्टर के पास जाते तो कभी कंट्रोल रूम। रातभर दौड़-भाग चलती रही, दर्द से पीड़िता कराहती और चिल्लाती रही। सुबह होने पर भी जब बेड नहीं मिला तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की खबर जैसे ही मीडिया में आई, अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया।

फिर जान से मारने के लिए उसे बंशीपुर स्टेशन पर मौर्य एक्सप्रेस में चढ़ाया और किऊल जंक्शन के आउटर सिग्नल पर फेंक दिया। 17 जून को सदर अस्पताल, लखीसराय में किशोरी के दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने इस मामले में चानन थाना में दो नामजद सहित कुल छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने एक आरोपी संतोष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एक अन्य आरोपी मृत्युंजय कुमार की तलाश है। गहरे घाव, हालत नाजुक अंदरूनी घाव इतने गहरे हैं कि किशोरी के पैर तक नहीं उठ रहे। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

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