बलात्कार के मामलों में दिल्ली और एमपी हैं आगे। पिछले साल देशभर में बलात्कार के 34,600 से अधिक मामले प्रकाश में आए हैं, जिनमें राज्यों में मध्य प्रदेश और केन्द्र शासित प्रदेशों में दिल्ली शीर्ष पर है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 2015 में बलात्कार के कुल 34,651 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 33,098 मामलों में अपराधी, पीड़ितों के परिचित थे। बलात्कार के पीड़ितों में छह वर्ष से कम आयु की बच्चियों से लेकर 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं शामिल थीं

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सभी राज्यों में सबसे अधिक 4,391 बलात्कार के मामले मध्य प्रदेश में दर्ज किए गए, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह के 2,199 मामले दर्ज किए गए, जो केन्द्र शासित प्रदेशों में सर्वाधिक है।

रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के साथ करीब 3.27 लाख अपराध के मामले देशभर में दर्ज किए गए, जिनमें से 1.3 लाख से अधिक मामले यौन उत्पीड़न से जुड़े थे। इनमें 1.2 लाख मामले राज्यों में, जबकि 9,445 मामले केन्द्र शासित प्रदेशों में दर्ज किए गए। यौन अपराधों में बलात्कार, बलात्कार की कोशिश, शील भंग करने की मंशा से महिलाओं के साथ अपराध और महिलाओं की गरिमा का अपमान शामिल है।

बलात्कार के मामलों में महाराष्ट्र में इस तरह की 4,144 घटनाएं हुईं, जबकि राजस्थान में कुल 3,644 और उत्तर प्रदेश में 3,025 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। वहीं ओड़िशा में 2,251, असम में 1,733, छत्तीसगढ़ में 1,560, केरल में 1,256, पश्चिम बंगाल में 1,129, हरियाणा में 1,070 और बिहार में 1,041 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए।

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