एफआइआर के मुताबिक पीड़ित महिला और आरोपी गौरव एक ही क्रूज पर नौकरी करते थे। 2014 में उनकी पहली बार मुलाकात हुई और वे दोस्त बन गए। जल्द ही शादी का झांसा देकर गौरव ने पीड़ित युवती का शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया। गौरव के बुलाने पर वर्ष 2015 में वह पहली बार भारत आई।

आरोपी गौरव ने उसे शादी के परिप्रेक्ष में यहां अपने परिजनों से मिलाने का वादा किया था। मगर अब वह टाल मटोल करने लगा और युवती के पैसों से ही वह उसके साथ पूरे देश में घूमता रहा। युवती के वकील ने अदालत में आरोपी के साथ उसकी बातचीत के व्हाट्सअप रिकॉर्ड, फोन कॉल रिकॉर्ड, उसके ऊपर खर्च किए गए क्रेडिट व डेबिट कार्ड के रिकॉर्ड पेश किए हैं।

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