लड़की की मौत के चार साल बाद खुला राज़, मौत से पहले किस तरह की हैवानियत की गई थी उसके साथ , इंदौर में चार वर्ष पुराने युवती के अंधे कत्ल के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। हत्या में देह व्यापार से जुड़े बदमाशों के शामिल होने का शक है। पुलिस देवास जेल में बंद एक महिला व दो दलालों से पूछताछ कर रही है। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक वर्ष 2013 में हीरा नगर पुलिस को बापट चौराहे (निरंजनपुर रोड) पर भारतीय खाद्य निगम के बोरे में युवती का शव मिला था। युवती के हाथ-पैर चद्दर से बंधे हुए थे। पुलिस ने दर्जनों संदेहियों से पूछताछ की, लेकिन युवती की शिनाख्त नहीं हुई।
एएसपी (क्राइम) के मुताबिक पुलिस को मुख्य आरोपी की तलाश है। हिरासत में लिए संदेहियों ने बताया युवती को मुंबई का गिरोह बांग्लादेश बॉर्डर से लेकर आया था। इस गिरोह ने युवती को इंदौर में अनैतिक कार्य करने वाले गिरोह को ठेके पर भेज दिया। गिरोह के सरगना द्वारा युवती से अवैध संबंध बनाने की कोशिश करने पर विवाद हुआ और उसने गला घोंटकर मार दिया। पुलिस के मुताबिक संभवत: मालता (प. बंगाल) में युवती की गुमशुदगी दर्ज है। टीम उसकी शिनाख्त कर परिजन को तलाश रही है।
पुलिस ने आरोपियों की जानकारी नहीं मिलने से जांच ही बंद कर दी। क्राइम ब्रांच की टीम ने एक महीने पूर्व मामले की दोबारा जांच शुरू की तो पता चला युवती देह व्यापार में लिप्त थी। उसका संपर्क सोनू नामक एक महिला से था। पुलिस ने उसकी तलाश की तो लोगों ने बताया वह देवास जेल में बंद है। मुखबिरों ने बताया सोनू के तार देह व्यापार में लिप्त जीतू व अन्य से है। आरोपी मुंबई, कोलकाता व दिल्ली से ठेके पर लड़कियां लेकर आते थे। रविवार को पुलिस ने जीतू व उसके साथी को भी हिरासत में ले लिया। उसने युवती की हत्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है।