सनकी बाप दे रहा था मासूम बेटे की बलि, मां ने बचाया। उत्तर-प्रदेश के कौशांबी के सराय अकिल थाना स्थित इछना गांव में अंधविश्वास के चलते एक बाप ने अपने ही बेटे की बलि देने का खौफ़नाक फैसला कर लिया। वह अपने ही बेटे को फावड़े से काटने जा रहा था कि, तभी पत्नी उसके सामने आ गई और वह उससे लड़ पड़ी। हमले में पत्नी और बेटा दोनों ही लहूलुहान हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी पर आरोपी युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का कहना है कि उसने अपने सपने में देवी मां देखी। जिसके बाद उसी के आदेश पर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
इछना गांव का दशरथ पाल (50 साल) अपने बेटे नितिन (7 साल) की बीमारी से परेशान रहता था। दशरथ के छह बच्चे हैं। इनमें 2 बेटियां और 4 बेटे हैं। दशरथ की पत्नी कमला ने बताया कि, उसका पति मानसिक तौर से बीमार हो गया है। शुक्रवार की रात दस बजे वह उठा और बेटे नितिन को लेकर घर से बाहर की ओर निकल पड़ा। कमला ने जब उसका विरोध किया तो उसने उसी समय नितिन पर फावड़े से हमला कर दिया। विरोध करने पर उसने कमला पर भी हमला कर दिया। हमले में मां-बेटा दोनों लहूलुहान हो गए। इस दौरान चींख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने दशरथ को पकड़ लिया। और मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने दशरथ को हिरासत में लिया है।
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