फर्ज़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले में अपाहिज पति को खिला दी जेल की हवा , मेरठ में चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म की घिनौनी वारदात भले ही पीड़िता के बयानों पर फर्जी निकल गई हो, पर अभी ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब पुलिस नहीं दे पा रही। अदालत में विवेचक नेहा चौहान ने सारथी संस्था की अध्यक्ष के खिलाफ कोई साक्ष्य पेश नहीं किया। उन्होंने अदालत से दो दिन का समय मांगा गया है। इसके बाद पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। केस डायरी में काटे गए पर्चे में महिला के पति के बयान के आधार पर कल्पना पांडेय को भी आरोपी बना दिया।

सारथी संस्था की अध्यक्ष कल्पना पांडेय के अधिवक्ता राजीव की ओर से सरेंडर की अर्जी अदालत में डाली गई थी, जिस पर अदालत ने विवेचक नेहा चौहान को तलब किया था। गुरुवार को विवेचक नेहा चौहान कोर्ट में तलब हुई। लेकिन कल्पना पांडेय के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं दे पाई।

बीते गुरुवार को पल्लवपुरम की रहने वाली महिला ने बेगमपुल से अगवा कर रातभर चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। बाद में आरोप झूठे निकले। अदालत में बयान में भी महिला ने कहा कि पति शमशाद ने ही उसके साथ मारपीट कर तेजाब डालने की धमकी दी थी।

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