उसके साथ उसकी मौसेरी बहन शनियारो बाई भी आई हुई थी। सुखमतिया का पति राजेंद्र कोरवा सरगुजा के लखनपुर थाना के देवभुडू गांव का रहने वाला है। वह भी डोकरमना आया हुआ था। राजेंद्र सुखमतिया को लेकर चरित्र संदेह करता था।
नशे की अवस्था में उसने बाजार में ही सुखमतिया के साथ विवाद शुरू कर दिया। विवाद होते देख सुखमतिया की बहन शनियारो घर वापस लौट गई। दूसरे दिन सुखमतिया घर नहीं पहुंची। उसकी खोजबीन परिजनों ने शुरू की। डोकरमना के साप्ताहिक बाजार से कुछ ही दूरी पर उसका शव पड़ा मिला। इसकी सूचना मृतका के मामा ने लेमरू थाने में दी। पुलिस की एक टीम घटना के बाद लखनपुर गई थी, लेकिन राजेंद्र वहां नहीं मिला था। पुलिस ने फिर से उसकी खोजबीन की और उसके गांव देवभुडू से उसे गिरफ्तार कर लेमरू ले आई। इस मामले में पुलिस ने राजेंद्र के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।