दरअसल आज से लगभग 22 साल पहले 1994 में अहमदाबाद में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने 5 ट्रैफिक कॉन्स्टेबलों को 10 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। स्पेशल कोर्ट ने आरोप साबित होने पर उन्हें 2 साल के लिए जेल की सजा सुनाई थी। दर्ज मामले के अनुसार, पुलिस इंस्पेक्टर केएम राठौर घटना के वक्त एसीबी में पोस्टेड थे। उन्हें जानकारी मिली थी कि ट्रैफिक कॉन्स्टेबल्स नियम तोड़ने वालों से रिश्वत ले रहे हैं। राठौर ने इस खुफिया जानकारी को पुलिस स्टेशन की डायरी में नहीं लिखा और आरोपियों को पकड़ने चले गए। इस काम में मदद के लिए वह अपने साथ में एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर और एक चश्मदीद को ले गए।