भाई कर रहा था लड़की के साथ झींगालाला, बहन ने देख लिया और फिर…. , देवभोग थाने के माहुलकोट गांव में खेत में मिली लाश ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। नाबालिग युवती की लाश की परिस्थितियों को देखकर गांव में नरबलि दिए जाने तक की आशंका व्यक्त की गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए गरियाबंद से डॉग स्क्वाड को साथ लेकर आई एडिशनल एसपी नेहा पांडे ने भी पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया था, जिसके बाद से यह प्रकरण पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था। देवभोग पुलिस हर पहलू से बारीकी से जांच के बाद किसी रिश्तेदार द्वारा ही हत्या किए जाने की आशंका के चलते एक-एक कर पहले मृतका के पिता से गहनता से पूछताछ की गई। जिसके बाद उसकी मौसी से फिर मृतका की बहन से और अंत में मृतका के भाई से पूछताछ की। इस दौरान मृतका का भाई बार-बार अपना बयान बदलता रहा और काफी मेहनत के बाद अंततः देवभोग पुलिस ने बुधवार को मामले का खुलासा किया।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी भुजबल नागेश पुलिस को गुमराह करने बार-बार अपना बयान बदलता था। कभी वह इसे नरबलि साबित करने जैसी बयान पुलिस को देता था, तो कभी फिर से मामले से घुमाने की कोशिश करता था। बार-बार बयान बदलने के चलते पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद आरोपी भुजबल ने कबूल लिया कि गांव में उसका किसी के साथ अवैध संबंध था। इसकी जानकारी उसकी बहन को थी। जिसके बाद से वह कहा करती थी कि मामले की जानकारी वह उसके पिता को दे देगी। जिसके बाद गांव में लोक-लज्जा के डर से आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया।
एसडीओपी राहुलदेव शर्मा ने बताया कि आरोपी भुजबल ने बताया कि पहले उसने उसकी बहन का गला दबाया। इसके बाद उसे पैरा के अंदर छिपा गया। वहीं इस दौरान उसने सुनियोजित तरीके से योजना बनाकर अलसुबह करीब साढ़े तीन बजे उठकर उसने मृतका को पैरा से निकाला। इसके बाद उसका गला रेता, और किसी को शक न हो इसके लिए उसे अब्दुल नागेश नामक व्यक्ति के खेत में ले जाकर फेंक दिया। वहीं आरोपी ने घटना में उपयोग में लाए गए हसिया को गांव से दूर ढोरर्रा बांध में कमर भर पानी में ले जाकर फेंक दिया था। मामले में आरोपी के निशानदेही पर पुलिस ने हसिया भी बरामद कर लिया। इतना हीं नहीं वह घटना वाले दिन पूरे गांव के लोगों के साथ अपनी बहन को ढूंढ रहा था। ग्रामीणों के अनुसार उन्हें जरा भी शक नहीं था कि भुजबल इस तरह के घटना को अंजाम दे सकता है।
एसडीओपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि हत्या करने वाला मृतका का सगा भाई ही है जिसने किसी और के साथ चल रहे अपने अवैध संबंधों को छुपाने के लिए मृतका की हत्या की बात कबूली। वहीं मामले को सुलझाने में देवभोग थाना प्रभारी विकेश तिवारी, उपनिरीक्षक विवेक सेंगर के साथ क्राइम ब्रांच गरियाबंद की महत्वपूर्ण भूमिका रही।