वैसे चाइल्डलाइन के वॉलनटिअर्स को इस बात पर संदेह है कि 12 साल के लड़के ने लड़की को गर्भवती किया है। चाइल्डलाइन के डायरेक्टर फादर टॉमी एसडीबी ने कहा, ‘अस्पताल प्रशासन ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, हमें 2 नवंबर को घटना की जानकारी दे दी थी। हमने इस सिलसिले में थ्रीककारा के एसीपी को सूचना दे दी थी।’

उधर कालामसरी सर्कल इन्सपेक्टर जयाकृष्णन ने कहा कि उन्हें सूचना दिए जाने से एक रात पहले ही लड़की ने बच्चे को जन्म दे दिया था। उन्होंने कहा, ‘पीओएसके ऐक्ट की धारा 18 के तहत हमें तुरंत जानकारी दी जानी चाहिए। अस्पताल के खिलाफ ऐसा न करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।’ वहीं अस्पताल का बचाव करते हिए चाइल्डलाइन और चाइल्ड वेलफेयर कमिशन के अधिकारियों ने कहा है कि पुलिस को सूचना देना जरूरी नहीं था। यह जानकारी जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत सूचीबद्ध किसी भी एजेंसी को दी जा सकती थी।

इस बीच लड़की के दादा-दादी चाइल्ड वेलफेयर कमिशन के पास गए और यह कहते हुए बच्चे को उन्हें सौंप दिया कि वे उसकी परवरिश नहीं कर सकते। फिलहाल बच्चे को कमिशन के केयर सेंटर में भेजा गया है।

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