ये है उपाय
– शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्यागें और फ्रेश होकर स् ना करें। साफ-सुथरे कपड़े पहने।
– इसके बाद गाय का कच्चा दूध लेकर आएं।
– इसके बाद किसी बिल्व के पेड़ से 21 बिल्व के पत्ते तोड़ लाएं। ध्यान रखें बिल्व के पत्ते कहीं से भी खंडित न हों और जमीन पर न गिरे हों। घर लाकर पत्तों को साफ पानी से धो लें।
– इसके बाद तांबे के लोटे या चांदी के लोटे में दूध भर लें। इसमें थोड़े से काले तिल मिल लें।
– एक थाली में लोटो और बिल्प के पत्तों को रखें और शिव मंदिर जाएं। हालंाकि शास्त्रों में यह बताया है कि यह उपाय यदि उस शिवलिंग पर किया जाए, जो किसी पीपल के पेड़ के नीचे स्थापित हों, तो उसका महत्व बढ़ जाता है, लेकिन यदि ऐसा मंदिर आस-पास न भी हो, तो जो भी सिद्ध मंदिर हो वहां जाकर यी उपाय कर सकते हैं।
– मंदिर पहुंच कर सबसे पहले तो पीपल पर चढ़ाएं और सात बार परिक्रमा करें।
– इसके बाद शिवलिंग के सामने पूर्वाभिराम होकर बैठ जाएं।
– हाथ जोड़कर अपने पितरों को याद करें और उन्हें सूचित करें कि आपके मोक्ष के लिए हम भगवान शिव से प्रार्थना करने जा रहे हैं। भोलेनाथ आपको मोक्ष प्रदान करें।
– इसके बाद भगवान शिव से हाथ जोड़कर उपाय का फल प्रदान करने के लिए प्रार्थना करें और एक-एक बिल्व पत्र दूध में डिबोकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्व चढ़ाते वक्त यह मंत्र बोलें- ओम नम: शिवाय, ओम पितृाय नम:। जब सारे बिल्व पत्र चढ़ा दें, उसके बाद भगवान शिव से अपने पितारों को मोक्ष प्रदान की प्रार्थना करें।
-इस प्रकार आपको 21 शनिवार करना है। बता दें कि कुछ शनिवार होने के बाद ही आपके जीवन में सकारात्मक असर दिखाई देने लगेगा।