दिमेत्रोव के बाद यह नंबर एक बिजनेसमैन डिसलिव के पास आया। डिसलिव को साल 2005 में बुल्‍गारिया की राजधानी सोफिया में मार दिया गया।

सूत्रों की माने तो जिस समय उसकी मौत हुई उस वक्‍त वो एक भारतीय रेस्‍टोरेंट में बैठा था। डिसलिव एक कोकीन ट्रेफिकिंग ऑपरेशन भी चलाता था। उसकी हत्‍या का केस अभी भी खुला हुआ है। 2005 में वह नंबर सस्‍पेंड हो गया। इसके बाद जो भी उस नंबर पर कॉल करता उसे वह नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताता था। मोबीटेल कंपनी ने इस संबध में किसी भी तरह की जानकारी देने से इंकार कर दिया।

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