दरअसल कुत्ते पेशाब करने वाली जगहों में से ऐसी जगह को तरजीह देते हैं, जो सीधा खड़ा हो। इससे उनका निशाना सटीक बैठता है और खुल कर हलके हो लेते हैं। इतना ही नहीं, अपने इस अनोखी क्रिया से वो दूसरे कुत्तों के लिए नाक की ऊंचाई पर ही अपने पेशाब की गंध छोड़ जाते हैं। पेशाब की गंध क्षितिज सतह से ज़्यादा देर तक वर्टिकल सतह पर मौजूद रहती है। उनकी इस आदत से वो दूसरे कुत्तों को अपने क्षेत्र से परिचित कराते हैं। इसका मतलब ये भी होता है कि वो दूसरे कुत्तों को कहते हैं कि भाई! थोड़ी देर पहले मैं यहां था।

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