भारत में हैदराबाद के पास स्थित एक मंदिर के बारे में मान्यता है कि अगर किसी को वीजा चाहिए, तो मंदिर में दर्शन मात्र से उसकी मुश्किलें हल हो जाती हैं। और उसे वीजा मिल जाता है। यूं तो ये मंदिर है चिलकुर में, जो है तो बालाजी का मंदिर। पर अब वीजा का मंदिर बन चुका है। ऐसी मान्यता बन चुकी है कि यहां बालाजी के दर्शन करने से लोगों के वीजा लगते हैं।

हैदराबाद के नजदीक चिलकुर बालाजी का ये मंदिर अब खास मशहूर है। यहां हर सप्ताह लगभग 1 लाख लोग दूर दूर से पहुंचते हैं। सिर्फ इस आस में, कि उनका काम हो जाए। उनके विदेश में जाकर काम करने के लिए वीजा लग जाए, या पढ़ाई के लिए स्टूजेंट वीजा। चिलकुर बालाजी के इस मंदिर के 11 चक्कर काटना ही हर मुश्किल की दवा है। जिसके बाद व्यक्ति अपनी मनोकामना ईश्वर के समक्ष रखता है। उसके पूरे होने के बाद उसे इस मंदिर के 108 परिक्रमा करनी होती है।

सबसे खास बात तो ये है कि इस मंदिर में कोई भी दान-दक्षिणा नहीं लिया जाता। न ही नकद धनराशि देने का कोई प्रावधान है। यहां ईश्वर को खुश करने के लिए मात्र नारियल ही काफी होता है। एक युवक के वीजा लगने की कहानी मंदिर की वेबसाइट पर लगी हुई है। जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे मंदिर में दर्शन के बाद ही अमेरिका का वीजा मिल गया। अब मैं जब भी भारत आता हूं, तो तेलांगाना के तिरुपति के दर्शन जरूर करता हूं।

ये मंदिर भगवान बालाजी का है, जिन्हें हिंदुओं के प्रमुख संप्रदाय वैष्णव संप्रदाय के देवता विष्णु का अंश माना जाता है। ये मंदिर लगभग 500 साल पुराना है। जहां हर माह 4 से 5 लाख लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।

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