हाथी एक ऐसा जानवर है जो अपने मालिक के द्वारा किए गए सितम भी सह लेता है लेकिन जब उसे ग़ुस्सा आता है तो कोई ताकत नहीं है जो उसे काबू कर पाये। जंगलों को उजाड़ कर रख देते हैं और घरों को तहस नहस कर देते हैं हाथी जब उन्हें ग़ुस्सा आता है। ऐसे ही हाथियों के ग़ुस्से का शिकार हुआ रांची के पास बसा एक गांव जिसे वहां के ही हाथियों ने उजाड़ दिया। पूरे गांव में तांडव करते हाथियों ने गांव वालों की फसलें तबाह कर दी। उनके घर बर्बाद कर दिये। भयभीत ग्रामीण मजबूरी में अपने घर छोड़ कर वहां से जा रहे हैं। हाथियों के उत्पात के डर से 15 से अधिक परिवार पेड़ों पर अपनी जिंदगी गुजारने के लिए मजबूर हैं।

दरअसल रांची से 45 किलोमीटर दूर बुंडु गांव के लोहराटोला में रहने वाले 15 परिवारों ने अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों पर अपना घर बनाया है। खुद को हाथियों से बचाने के लिए ये लोग पेड़ों पर सोते हैं। हाथियों के एक झुंड ने पिछले साल उनके घरों को बर्बाद कर दिया था। ये परिवार अपना गांव छोड़ चुका है। परिवार का भरणपोषण खेतों से आने वाली आमदनी और अनाज के जरिए होता है। परिवार के मुखिया जानकी मुंडा ने बताया कि दिन के समय हम लोग खेती के काम में लगे रहते हैं। बच्चे हाथियों पर फेंकने के लिए इंटों के छोटे-छोटे टुकड़े एकत्र करते रहते हैं।

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