वर्षों से चली आ रही बहस के बाद आखिरकार देश में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए एक अच्छे खबर सुनने में आई है। दरअसल भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी ने टिकट आरक्षण और टिकट रद कराने वाले प्रपत्र में महिला एवं पुरुष के साथ-साथ ‘ट्रांसजेंडर को थर्ड जेंडर’ के तौर पर शामिल कर लिया है। एक वकील के आवेदन पर यह निर्णय किया गया।
फिलहाल टिकट आरक्षण और रद कराने के अलावा यह सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन भी उपलब्ध होगी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने फरवरी में दिल्ली के एक वकील से अपनी याचिका पर कार्रवाई के लिए रेल मंत्रालय से संपर्क करने को कहा था।
1 2