आतंकी संगठन आईएसआईएस के साथ हमदर्दी रखने वाले अमेरिका के एक युवक ने पिज्‍जा के प्‍यार में आईएस का साथ छोड़ दिया। आईएस के द्वारा चरमपंथी बनाए गए सलेह नाम के एक व्‍यक्ति के साथ समय बिताने के दौरान उसने महसूस किया कि उसकी अपनी पहचान खत्‍म हो गई है। उसने कहा कि आतंकी बनने के बारे में अब उसके मन में कोई ख्‍याल नहीं है।

इमरान रब्‍बानी के नाम से पहचाने गए 17 वर्षीय इस युवक ने कहा कि वह अब आतंकवाद से अपना ध्‍यान खींच रहा है। उसे आतंकवाद विरोधी जासूसी करने का दोषी ठहराए जाने के बाद 20 महीने जेल की सजा सुनाई गई है।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान उसने जज को बताया कि मैं अपने अतीत को बदल नहीं सकता हूं। अतीत में किए गए अपने कामों की मैं जिम्‍मेदारी लेता हूं और उससे मैंने काफी कुछ सीखा है। रब्‍बानी ने जज को बताया कि उसे पाक कला (खाना बनाने में) का जुनून है, खासतौर पर पिज्‍जा बनाने का।

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