सूरज की रोशनी के खत्म होने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि इसकी रोशनी के बिना धरती पर जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है। लेकिन एक गाँव ऐसा भी है जहां कभी सूरज निकलता ही नहीं है। यहां के लोगों ने इस बात का हल निकालते हुए पूरे गांव पर खुद का बनाया सूरज ही लगा लिया। यह सूरज ना सिर्फ रोशनी देता है बल्कि गर्मी भी प्रदान करता है।
इस गांव के लोगों को यकीन हो गया था की कभी उन पर सूरज की रोशनी नहीं आएगी और इसी तरह उनको अपना पूरा जीवन अंधकार में ही बिताना पड़ेगा। हिम्मत हार चुके गांव के लोगों में एक आशा की किरण तब जगी जब गांव के एक इंजीनियर व आर्किटेक्ट ने लोगों को भरोसा दिलाया यहां भी सूरज उग सकता है। इस गांव के मेयर पेरफ्रांको मिदाली की मदद से 1,00,000 यूको खर्च करके 40 वर्ग किलोमीटर शीशे को खरीदा और उसे पहाड़ के दूसरी ओर 1,100 किलोमीटर की ऊंचाई पर लगावा दिया। इस गांव में करीब 200 लोगो की आबादी है
पहाड़ के इस शीशे को इस प्रकार से लगाया गया। जिससे सूरज की रोशनी सीधे शीशे पर पड़ें और वह गांव पर धूप बनकर गिरे। गांव वालों को एक बार फिर से सूरज की रोशनी नसीब हुई। यह गांव वालों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।