सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि इस जंग में मोदी जीत गए हैं। पाक संसद में भी मोदी के इस फैसले की चर्चा चलने लगी है। पाकिस्तानी सांसद उस्मान सैफुल्ला खान ने देश में का यह प्रस्ताव उस समय दाखिल किया गया है जब सरकार की खराब कर नीति के चलते पाकिस्तानी नागरिक काले धन की मात्रा बढ़ाते जा रहे हैं। संसद ने भी सरकार से मांग की थी कि वह काले धन की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए और एक हजार व पांच हजार के नोटों पर रोक लगाए, लेकिन इस काम में भारत के प्रधानमंत्री बाजी मार ले गए।
1 2