उसकी यह अपील हाई कोर्ट जज पीटर जैकसन खारिज नहीं कर पाए और उसकी अंतिम इच्छा को पूरा किया। यह इंग्लैंड का पहला ऐसा मामला है और संभवत: दुनिया का भी। जज ने कहा कि लड़की ने 37 हजार पाउंड्स का सबसे बुनियादी संरक्षण विकल्प चुना है।
लड़की के तलाकशुदा माता-पिता इस प्रक्रिया को लेकर एकमत नहीं है। मां जहां बेटी की इच्छा के साथ है तो पिता इसके लिए ना कह रहे हैं। कुछ कंपनियां शवों को इस उम्मीद में डीपफ्रीज कर संरक्षित रखती हैं कि विज्ञान कभी ऐसी खोज करेगा कि उन्हें जीवित किया जा सकेगा। इन कंपनियों के पास सैकड़ों शव रखे हुए हैं। ये इन लोगों के परिजनों ने रखने को दिए हैं और वे इसका खर्च भी उठाते हैं।
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