बताया जाता है कि कनाडा की इस कम्पनी ने 2014 में अपनी वेबसाइट को गुपचुप लांच कर दिया था। कुछ ही महीनों में बिना प्रमोशन के इस साइट से 2.75 लाख भारतीय जुड़ गए थे। शादीशुदा लोगों को नए पार्टनर्स पाने में मदद करने वाली इस साइट का भारत में हिन्दी वर्जन भी लांच किए जाने की जानकारी सामने आई थी। अमरीका और कनाडा में पॉपुलर इस साइट को 2014 में सिंगापुर में बैन कर दिया गया था।
हैकर्स टीम ने धमकी दी है कि जब तक एशले मेडिसन वेबसाइट बंद नहीं की जाती है, वे यूजर्स की पर्सनल प्रोफाइल, ईमेल आईडी और क्रेडिट कार्ड की जानकारी सार्वजनिक कर देंगे। बताया जाता है कि हैकर ग्रुप ने वेबसाइट के यूजर प्रोफाइल डिलीट करने के लिए 19 डॉलर लेने के निर्णय का विरोध किया था। हैकर्स ने यह भी आरोप लगाया था कि पैसा देने के बाद भी यूजर की प्रोफाइल डिलीट नहीं की जा रही थी। उनका कहना था कि ज्यादातर यूजर्स क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं जिसमें उनके असली नाम और पते होते हैं।