मौत की सजा देने के बाद कोर्ट ने कहा

मौत की सजा देने के बाद कोर्ट ने कहा वो बेकसूर था । जब किसी को कोर्ट के आदेश पर मौत की सजा सुनाई जाती है तो उसके उस केस सबूत इक्ठ्ठे किए जाते है और फिर उसके हिसाब से किसी शख्स को सजा का ऐलान किया जाता है। लेकिन चीन के सुप्रीम कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। चीन की सुप्रीम कोर्ट ने दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में एक व्यक्ति को मौत की नींद सुलाए जाने के दो दशक से भी अधिक समय बाद उसे निर्दोष पाया है।

इससे इस कम्युनिस्ट देश की न्याय प्रणाली की विसंगतियां उजागर हुई हैं। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, निए शुबिन 1995 में 20 साल का था, जब उसे दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में मृत्युदंड के तहत गोलियां से भून दिया गया था।

सुप्रीम कोर्ट के तहत दूसरी सर्किट अदालत ने 21 साल बाद यह फैसला पलट दिया। अदालत ने दुष्कर्म और हत्या के करीब दो दशक पुराने इस मामले पर इस चिंता के आधार पर फिर से सुनवाई की कि सबूत पर्याप्त नहीं थे।

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