एलेस्य के पिता आधे घंटे तक उसे सीपीआर देते रहे, लेकिन जब डॉक्टरों ने देखा तो उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन, एलेस्या के पिता ने हार नहीं मानी। वह बेटी की डेड बॉडी को सीपीआर देते रहे। डॉक्टरों ने यह तक कह दिया कि अपनी बेटी की डेड बॉडी को वे ‘टॉर्चर’ कर रहे हैं। बस तभी एक चमत्कार हुआ और एलेस्या का दिल फिर से धड़कने लगा, लेकिन जिंदा रहने के बावजूद चीजें एलेस्या के लिए अच्छी नहीं रही। वह कोमा में चली गई और 45 मिनट तक बिना ऑक्सीजन के रही। जब वह जागी तब उसका ब्रेन डैमेज हो गया। वह दो दिन बाद जागी और जो डर था वही हुआ। वह देख, हिल या बोल नहीं सकती थी।