अरविंद नाम का एक शख्स अपनी पत्नी गोमती देवी, मां गुलाबी देवी और दो बच्चों के साथ कानपुर जिले के गांव पहाड़ीपुर में रहता था। गोमती अकसर अपने मायके जाने की बात किया करती थी। लेकिन अरविंद उसे हर बार मना कर देता था। उस दिन भी इसी बात को ले कर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हुआ। झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि गोमती ने अरविंद के गले और पेट पर इतनी तेजी से काटा जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया।
उसे पास के हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन तब तक खून काफ़ी बह चुका था और डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोमती के काटने की वजह से अरविंद काफ़ी ज़ोर से चिल्लाया था, उसकी चीख सुन कर पड़ोसी अरविंद के घर की तरफ़ भागे। काफ़ी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब किसी ने दरवाज़ा नहीं खोला तब पड़ोसियों ने उसे तोड़ दिया। जैसे ही वो लोग अंदर पहुंचे नज़ारा दिल दहला देने वाला था। अरविंद के शरीर से तेजी से खून बह रहा था और वो ज़मीन पर पड़ा तड़प रहा था। उसकी पत्नी के मुंह में खून लगा था।