ये दर्दनाक ट्यूमर्स इस बुज़ुर्ग को इस तरह से जकड़े हुए हैं कि शरीर का कोई भी हिस्सा इससे अछूता नहीं है। पैर, हाथ, उंगली, पीठ और सिर हर जगह उस ट्यूमर ने अपना कब्ज़ा जमा रखा है। ट्यूमर्स का वजन इतना अधिक है कि वह उनके भार को कुछ दूर तक भी नहीं ढो सकती।
हालांकि, ऐसा नहीं है कि बचपन से ही इतने खतरनाक तरीके से ट्यूमर ने इन्हें अपना शिकार बनाया था। नारायनणगंज जिले की इस महिला की 16 साल की उम्र में शादी हो गई थी। उस वक़्त उनके चेहरे पर काफ़ी कम पिंपल्स थे। थोड़ा बहुत उनके पीठ और गर्दन पर भी थे। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे हालत और खराब होने लगे। ये ट्यूमर्स इस कदर बढ़ गये कि इनके पति Arzu Mian इसी के अवसाद में मर गये। वो अपने इलाज के लिए यहां-वहां खूब दौड़ी, लेकिन कोई भी उनकी इस बीमारी का इलाज नहीं कर पाया।