उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बुधवार को एक प्रेमी-युगल ने मंदिर में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले दोनों ने मंदिर में विधिवत शादी भी की। पुलिस ने मौके से प्रेमिका द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें दोनों ने स्वेच्छा से आत्महत्या करने की बात कही है और पुलिस से शव का पोस्टमार्टम न कराए जाने और एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करने का अनुरोध किया है।
घटना अटरिया थाना क्षेत्र के पश्चिम गांव की है, यहां बंदी छोड़ बाबा के नाम से शंकर जी का मंदिर है। इसी मंदिर में आज गांव के एक प्रेमी युगल का शव बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि इन दोनों के बीच काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। प्रेमी और प्रेमिका दोनों ही अलग-अलग बिरादरी के थे जिससे लड़की के परिजन विवाह के लिए राज़ी नहीं थे। लड़की के परिवार वालो ने उसकी शादी कहीं दूसरी जगह तय कर दी थी और जल्द ही शादी होनी थी। इसी के चलते प्रेमी युगल ने इस मंदिर में पहले शादी रचाई और फिर जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
मौके से बरामद हुए सुसाइड नोट में लड़की ने लिखा है, ‘हमारे परिवार वाले हमारी शादी के बाद मेरे प्रेमी की हत्या कर देते, इसलिए मैंने शादी से पहले यह कदम उठाया।’ मृतका ने सुसाइड नोट में एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार करने और शवों का पोस्टमार्टम न कराये जाने का अनुरोध किया है।
पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव ने बताया कि मंदिर में दो प्रेमी युगल का शव बरामद हुआ है। दोनों ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या की है। लड़की ने अपने साथ एक पत्र भी छोड़ा है। इसके अलावा मंदिर की दीवार पर भी उन्होंने लिखा है। दोनों प्रेमी युगल थे और अलग-अलग जाति से थे। लिहाजा उनकी शादी का विरोध दोनों ही परिवार कर रहे थे। लड़की की शादी भी तय हो गई थी, जिसके बाद दोनों ने यह कदम उठाया।