जब से मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है तब से देश में कुछ ना कुछ नया हो रहा है। लेकिन अब जो हुआ है उसे सुनकर आप भी यकीन नहीं करेंगे। दरअसल अब सरकार ने ऐलान किया है कि इन्सानों की तरह अब गाय भैंसों की भी अलग पहचान दी जाएगी जीके लिए प्लानिंग चल रही है और ऐसा नहीं है कि उनकी घटिया सी तस्वीर खींच कर उनको कोई कार्ड नहीं दिया जाएगा, इसकी जगह उनके कान में एक ख़ास नंबर लगा दिया जाएगा और यही उनकी पहचान बनने वाली है। ये 12 संख्या का एक यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर होगा। करीब 88 मिलियन गाय-भैंसों का लक्ष्य रखा गया है इस वर्ष
इस योजना के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उद्देश्य ये है कि इसकी मदद से 2022 तक मवेशियों को बेहतर स्वास्थय सुविधाएं प्रदान करवाना है। इससे होगा ये कि रजिस्टर्ड मवेशियों को समय पर टीकाकरण की सुविधा मिल सकेगी। साथ ही इसके माध्यम से बेहतर ब्रीड तैयार की जाएगी जिससे दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जा सके। इससे दूधवालों और डेरी वालों को फ़ायदा पहुंचेगा।