वो पैदा तो लड़के के रूप में हुई थी लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। कहते हैं कि इंसान अपनी किस्मत खुद ही बनाता है। ऐसा ही कुछ हुआ नैना के साथ जिसने अपने अस्तित्व को पहचाना और दुनिया के सामने अपना सच लाकर रख दिया।

नैना भारत की सबसे युवा ट्रांसजेंडर है। 17 साल की नैना का जन्म लड़के के रूप में हुआ था। बचपन में उसका नाम कृष्णा रखा गया था। लेकिन जैसे-जैसे कृष्णा बड़ा हुआ उसे अपने अंदर एक अलग ही पहचान का एहसास हुआ। कृष्णा को शुरू से ही लड़कियों के कपड़े पहना पसंद था और ज्यादातर वह लड़कियों के साथ ही घूमता फिरता था।

एक दिन अपनी स्कूल की असेंबली में सबके सामने कृष्णा ने अपनी असली पहचान दुनिया के सामने लाकर रख दी। कृष्णा की मां ने इसमें उसका पूरा साथ दिया और आज कृष्णा बन गया नैना।

आप भी देखिए और सुनिए नैना की कहानी।

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