अब सोलर उर्जा में चीन को पानी पिला देगा भारत, जी हां! सोलर ऊर्जा के लिए सोलर पैनल्स के निर्माण की तरफ भारत ने ठोस कदम बढ़ाने की तैयारी कर ली है। जिसके तहत अब भारत खुद सोलर एनर्जी के लिए पैनल्स का निर्माण शुरू करेगा। इस दिशा में काम करते हुए सरकार देश में सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए 21,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी करने की योजना बना रही है। सरकार के दो शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक सोलर मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रधानमंत्री योजना के तहत यह फंड जारी किया जाएगा। फिलहाल सरकार फोटोवोल्टैक ऊर्जा की सबसे ज्यादा खरीद चीन से ही करती है। इसकी वजह घरेलू स्तर पर किसी नीति का अभाव है।
इस तरह केंद्र सरकार ‘प्रयास’ नाम से स्कीम चलाकर सोलर पैनल के मामले में देश को अग्रणी बनाने के प्रयासों में जुटी है। दोनों अधिकारियों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर ब्लूमबर्ग को बताया कि मोदी सरकार नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाकर 2022 तक 175 गीगावॉट तक करने की तैयारी में है। फिलहाल यह क्षमता महज 45 गीगावॉट ही है। सरकार ने फिलहाल इस योजना को उजागर नहीं किया है। केंद्र सरकार सोलर ऊर्जा को लेकर नए टारगेट हासिल करना चाहती है।
आगे पढ़िए-