आपने कई बार कहानियों में फिल्मों में ऐसा देखा होगा। लेकिन ऐसा असल जिंदगी में हुआ है। बिहार के नवादा जिले के गांव शाहपुर की रहने वाली पिंकी ससुरालवालों के अत्याचार से बहुत तंग आ चुकी थी। पिंकी का कहना था कि उसके साथ में ससुराल में मारपीट की जाती थी और वह लोग उसे पागल करार देना चाहते थे। जिस से तंग आकर उसने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया।
परेशान पिंकी खुदकुशी के लिए घर से निकल गई। पिंकी ने ट्रेन से कटकर जान देने का इरादा कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रास्ते में उसकी मुलाकात पास के ही गांव बकड़झोली के रहने अखिलेश मांझी से हो गई। अखिलेश ने बातों-बातों में जान लिया था कि पिंकी कुछ गलत करने जा रही है। इसके बाद अखिलेश ने पिंकी को खूब समझाया और उसे अपने घर ले आया। इधर पिंकी के ससुराल और मायकेवालों ने उसके गायब होने की सूचना अपने-अपने इलाके के थाने में दर्ज करवा दिया।
कुछ दिनों बाद पता चला कि पिंकी बकड़झोली में किसी के साथ रहती है। जब परिजन उसे लेने पहुंचे तो पता लगा कि पिंकी ने अखिलेश से शादी कर ली है। इतना ही नहीं अखिलेश के पिता और पूरे परिवार ने पिंकी को बहू के तौर स्वीकार कर लिया था।
गांववालों ने बताया कि अखिलेश और पिंकी ने दूसरे दिन ही गांव के मंदिर में शादी कर ली थी ताकि कोई उनके ऊपर सवाल न खड़ा कर सके। हालांकि दोनों की शादी अंतरजातीय है। कुछ लोगों ने इस बात को भी मुद्दा बनाने की कोशिश की है। लेकिन अखिलेश के परिजनों का इसका कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं कुछ लोग पिंकी और अखिलेश के फैसले की तारीफ भी कर रहे हैं उनका कहना है कि पिंकी ने जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला कर बहुत अच्छा किया है।