वापस आने पर कांस्टेबल चेतराम मीणा पलंग के नीचे पड़ा हुआ था तथा आत्मा के साया दिखने की बात कहकर चिल्ला रहा था। उसके पैर व हाथों में चोट के निशान थे। उसका कहना था कि किसी ने उसे पलंग से उठाकर नीचे पटक दिया। इस पर पुलिसकर्मियों के चिल्लाने पर वहां परिसर स्थित अन्य आवासों में रहने वाले वनाधिकारी व वनकर्मी एकत्र हो गए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया। इससे एक दिन पहले पुलिसकर्मी हरिशंकर गुर्जर भी चोटिल हो गया था। पुलिसकर्मियों का अंधविश्वास है कि कार्यालय में आत्मा का साया दिखाई दिया है।
सीओ मीणा ने बताया कि अगले दिन रात चेतराम परिसर स्थित घर पर था, लेकिन मध्य रात्रि बाद वह कार्यालय में आकर गिरा। उसके शरीर पर सिंदूर लगी हुई थी। अंधेरे में वनकर्मियों ने उसकी धुनाई कर दी।
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