किसी ने 100 नंबर पर सूचना दी तो पुलिस पहुंची। पुलिस ने फटा बुर्का कब्जे में लेकर घायल अभिषेक और राजू को बेली अस्पताल भेजा। मानी उमरपुर गांव निवासी मुकीमउद्दीन ने अभिषेक के खिलाफ मजलिस में बुर्का पहन महिलाओं से छेड़खानी कर दंगा भड़काने की साजिश का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। उधर, अभिषेक के भाई वीरसेन यादव ने आरोप लगाया कि अभिषेक कर्मचारी राजू अंसारी के साथ खरगापुर में ससुराल गया था।
वहीं से बाइक पर लौटते समय पानी के छींटे पड़ने पर मानी उमरपुर में लोगों ने उन दोनों को सरिया और डंडे पीटा, हत्या की नीयत से फायर किया, सोने की चेन, 14 हजार रुपये नगद तथा तीन मोबाइल फोन लूट लिए। उसे बदनाम करने की नीयत से बुर्का पहनाकर फोटो खींची और फोटो व्हाट्स एप तथा फेसबुक पर पोस्ट कर दी। वे हिंदू नेता होने की वजह से अभिषेक को मार डालना चाहते थे।
मऊआइमा थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों तरफ से केस लिखा गया है। अभिषेक के भाई की तहरीर पर प्रधान सन्ने, कमरुल, मोहम्मद मूसा, वाहिद और 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखकर जांच की जा रही है। कुछ महीने पहले चुनाव के दौरान दो गुटों के बीच हुए टकराव में भी अभिषेक समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।