प्रो. गोडबोले बताते हैं कि पडरौना में बाढ़ के कारण मिट्टी का आयोडीन बह जाता है। इसी कारण वहां के खाद्यान्न में इसकी कमी हो गई। नतीजतन यहां मंदबुद्धि लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। इसी पर शोध के दौरान वर्ष 1987 में उनका चयन संजय गांधी पीजीआई के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग में हो गया।