शादीशुदा महिला रहती थी अपने आशिक के साथ, आशिक को मिली बदनामी और फिर , बिलासपुर के गौरेला क्षेत्र के ग्राम बनझोरका निवासी महिला की हत्या गांव के ही युवक ने बदनामी के चलते की थी। महिला अपने पति को छोड़कर दूसरे युवक के साथ रह रही थी। इस बीच आरोपी युवक उन्हें गांव छोड़ने के लिए बोलता रहा। लेकिन वह नहीं मानी। इसी के चलते गला दबाकर उसने महिला को मौत के घाट उतार दिया।
दोनों पक्षों में हुए विवाद पर ग्राम गिरवर में समझौता भी हुआ था। पुलिस ने उससे पूछताछ की, तब उसने अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि महिला की गतिविधियों से गांव की बदनामी हो रही थी। इस बीच उसे समझाइश भी दी थी। लेकिन वह नहीं मानी। इसी के चलते उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी युवक के अपराध स्वीकार करने के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गौरेला पुलिस के अनुसार ग्राम बनझोरका निवासी शांतिबाई पति लखनलाल भैना (35) घर से अलग रहती थी। उसका बेटा वीरेंद्र कुमार बिलासपुर में रहता है। वह पति को छोड़कर पिछले तीन महीने से ग्राम खोडरी निवासी मुनवा उर्फ रमेश कश्यप के साथ रहती थी। दोनों साथ रहते थे। लेकिन, उनकी शादी नहीं हुई थी।
बीते शुक्रवार की शाम महिला को उसके घर में देखा गया था। इसके बाद दूसरे दिन सुबह शनिवार को उसके घर से कुछ दूर स्थित बंगला यार्ड सागोन बंगला के पास उसकी लाश संदिग्ध हालत में मिली। पुलिस ने प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका जताई। इस बीच शव का पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला का गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि की गई।
इस पर पुलिस ने महिला के पूर्व पति लखन को संदेही मानकर पूछताछ शुरू की। लेकिन, उसने हत्या से इनकार किया और कई अहम जानकारी दी। उसके बताए अनुसार पुलिस ने अन्य संदेहियों से पूछताछ की, तब पता चला कि गांव के ही युवक हरिओम गोंड पिता भगतराम गोंड (28) के साथ रमेश व मृतका के साथ विवाद हुआ था। रमेश की बाइक को किसी ने जला दिया था। इस पर वह हरिओम पर शक करता था।